कुटम-कबील्ला पीसे का
इब्तो हिल्ला पीसे का
उसनै मारै सै दुनिया
वो सै ढील्ला पीसे का
देख करोड़ों का होग्या
अपणा किल्ला पीसे का
दमड़ी गई तो मरजेगा
वो मरघिल्ला पीसे का
झटका ऊप्परआले का
टूटग्या टील्ला पीसे का
--योगेन्द्र मौदगिल
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12 वर्ष पहले
दमड़ी गई तो मरजेगा
जवाब देंहटाएंवो मरघिल्ला पीसे का
तिवारी साहब का सलाम !
कुटम-कबील्ला पीसे का
जवाब देंहटाएंइब्तो हिल्ला पीसे का
बहुत जोरदार ! मजा आगया !
बिलकुल सही कहा आप ने यह दुनिया मे, पेसे कॆ यार ही मिलेगे, आप की कविता पढ कर सोच मे भी पढ ग्या ओर हंसी भी आती है.
जवाब देंहटाएंइस सच्चई से रुबरु करने के लिये
धन्यवाद
दमड़ी गई तो मरजेगा
जवाब देंहटाएंवो मरघिल्ला पीसे का
हां. हां.. हां.... मर कर कहीं हमारे नर्क में आया तो ?
वाह भाई वाह
जवाब देंहटाएंमस्त रहो औ खुशियां बांटों
का करना है पैसे का
भाई योगेंदर भाई साची बात कह दी आपने तो, जमा सटीक से. बही नू ही कलम चाल्दी रहे.
जवाब देंहटाएंहरियाने के भाई की राम राम.