behavior="scroll" height="30">हिन्दी-हरियाणवी हास्व्यंग्य कवि सम्मेलन संयोजक एवं हिन्दी-हरियाणवी हास्व्यंग्य कवि योगेन्द्र मौदगिल का हरियाणवी धमाल, हरियाणवी कविताएं, हास्य व्यंग्य को समर्पित प्रयास ( संपर्कः o9466202099 / 09896202929 )

सोमवार, 20 अक्टूबर 2008

एक बै की बात...

माई डीयर भाईयों अर डियरेस्ट भाभियों,
जै राम जी की....

आज मैं ताऊ की एक नई कथा आप लोगां नै बताण लाग रह्या सूं...

एक बै की बात...

ताऊ एक लांबे सफर मैं रेल मैं बेठ्या जावै था
उसनै थोड़ी नींद सी आण लागी तो सबतै ऊपरली बर्थ पै जा कै पड़ग्या

बर्थ पै जैसे ही थौड़ा सा मूधा होया तो उसका ध्यान नीचे बेट्ठे एक नवविवाहित जोड़े पै पड्गया

बस फेर के था
ताऊ की नींद छूमंतर

देखण लागग्या उन दोनों नै

वे दोनों छोरा-छोरी कबूतर-कबूतरी की ढाल किलोल कररे थे

अर ताऊ ऊप्पर पड्या ताई नै याद कर रह्या था

अचानक गाड़ी म्हं झटका सा लाग्या
छोरी बोली उई मां मरगी
छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता
छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो कंधा दुक्खै
छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं
सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के कंधे का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..?
लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या
ताऊ हैरान....

अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या
छोरी बोली उई मां मरगी
छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता
छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो गोड्डा दुक्खै
छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं
सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के गोड्डे का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..?
लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या
ताऊ हैरान....

अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या
छोरी बोली उई मां मरगी
छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता
छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो गाल दुक्खै
छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं
सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के गाल का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..?
लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या
ताऊ हैरान...

अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या
छोरी बोली उई मां मरगी
छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता
छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो कान दुक्खै
छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं
सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के कान का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..?
लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या
ताऊ हैरान.....

अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या
छोरी बोली उई मां मरगी
छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता
छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो बाजू दुक्खै
छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं
सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के बाजू का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..?
लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या
ताऊ हैरान....

पर इबकै ताऊ तै रह्या कोनी गया...
ऊप्पर पड्या-पड्या बोल्या रै छोरे......
मेरै बवासीर होरी सै उसका बी इलाज कर दे गा के......?

7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत जोरदार भाई ! लाजवाब ! इब ताऊ बिचारा के करै ? जब इस तरियां ही बेमारी ठीक होण लाग री सै तो ? :)

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  2. योगंद्र भाई बडी कसुती बिमारी है यह तो, चलो अब तो छोरा ठीक कर देगा... :)
    धन्यवाद

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  3. वाह साहब ये भी बढिया अंदाज है बीमारी ठीक करने का ! : )

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  4. पर इबकै ताऊ तै रह्या कोनी गया...
    ऊप्पर पड्या-पड्या बोल्या रै छोरे......
    मेरै बवासीर होरी सै उसका बी इलाज कर दे गा के......?
    वाह भई हरयानावियो भगवान तुम्हारा भला करे ! :)

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  5. दिनेश देहाती की कविता !! कहां है दिख नही रही???

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  6. ओ भाई चुम्मे में बड़ी ताकत है। ताऊ भी इसे जानते हैं।

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