tag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post5571594606924853448..comments2023-09-13T02:02:14.596-07:00Comments on हरियाणा एक्सप्रैस: हो गये रै...योगेन्द्र मौदगिलhttp://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-59907567637099384822008-08-26T11:57:00.000-07:002008-08-26T11:57:00.000-07:00अरे इतनी सुन्दर सुन्दर कविता केसे छुट गई, बहुत ही ...अरे इतनी सुन्दर सुन्दर कविता केसे छुट गई, बहुत ही ग्यान बर्धक चार दान होगे..<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-30355384236765055642008-08-25T08:13:00.000-07:002008-08-25T08:13:00.000-07:00बंधुऒं, आपका आदेश हो तो कठिन शब्दों के अर्थ भी दूं...बंधुऒं, <BR/>आपका आदेश हो तो कठिन शब्दों के अर्थ भी दूं..<BR/>लेकिन यह तो पता लगे कि,<BR/>कौन सा शब्द किसके लिये..?<BR/>टिप्पणी में उल्लेख करियेगा..<BR/>शेष कुशल-मंगल.<BR/>आप सब भी सकुशल होंगे.<BR/>इस विश्वास के साथ.<BR/>-योगेन्द्र मौदगिलयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-88052905718758870772008-08-25T01:39:00.000-07:002008-08-25T01:39:00.000-07:00विप्रवर, हमको हरयाणवी थोड़ी कम समझ आंदी तो चाँद पै...विप्रवर, हमको हरयाणवी थोड़ी कम <BR/>समझ आंदी तो चाँद पै चांदी का<BR/>अंदाज ही लगा रहे हैं ! :) पढ़ पढ़ के<BR/>ही आनद आरहा है ! धन्यवाद !दीपक "तिवारी साहब"https://www.blogger.com/profile/04863783412484935270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-72037956829212691602008-08-25T01:34:00.000-07:002008-08-25T01:34:00.000-07:00के बखत सै कल के छोरे,देख हाणे हो गये रै.भाई बख्त ब...<B>के बखत सै कल के छोरे,<BR/>देख हाणे हो गये रै.</B><BR/><BR/>भाई बख्त बख्त की बात हुया<BR/>करै सै ! कदे कदे बख्त भी<BR/>किम्मै माड़ा पड़ ज्यासै !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-38273388815691653912008-08-25T01:06:00.000-07:002008-08-25T01:06:00.000-07:00चांद पै चांदी के बाल,हम पुराणे हो गये रै.सत्यवचन !...<B>चांद पै चांदी के बाल,<BR/>हम पुराणे हो गये रै.</B><BR/><BR/><BR/>सत्यवचन !!!!!!!!!!!!विक्रांत बेशर्माhttps://www.blogger.com/profile/07105086711896834472noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-204253594725012219.post-30911806054733766252008-08-24T16:29:00.000-07:002008-08-24T16:29:00.000-07:00चांद पै चांदी के बाल,हम पुराणे हो गये रै. सत्यमेव ...<B>चांद पै चांदी के बाल,<BR/>हम पुराणे हो गये रै.</B><BR/><BR/> सत्यमेव जयते! ;-)Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com